UP सरकार गायों की खरीद पर 40,000 रुपये तक की सब्सिडी दे रही है (मुख्यमंत्री प्रगतिशील पशुपालक प्रोत्साहन योजना) उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसका उद्देश्य राज्य में पशुपालकों की आय बढ़ाना, दुग्ध उत्पादन को प्रोत्साहित करना और स्वदेशी नस्ल की गायों को बढ़ावा देना है। यह योजना 2023 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा शुरू की गई थी और 2024 में भी इसे प्रभावी रूप से लागू किया जा रहा है।
योजना का मुख्य उद्देश्य
Mukhyamantri Pragatishil Pashupalak Protsahan Yojana का उद्देश्य उत्तर प्रदेश के पशुपालकों को आर्थिक सहायता प्रदान करना है। राज्य सरकार पशुपालकों को अधिकतम दो स्वदेशी नस्ल की गायों की खरीद पर 40,000 रुपये तक की सब्सिडी दे रही है। इसके अतिरिक्त, गायों से दूध उत्पादन की क्षमता के आधार पर 10,000 रुपये से लेकर 15,000 रुपये तक की प्रोत्साहन राशि भी दी जाती है। इसका उद्देश्य राज्य के किसानों को आत्मनिर्भर बनाना और राज्य में दूध उत्पादन को बढ़ाना है।
योजना की विशेषताएं
- स्वदेशी नस्ल की गायों का प्रोत्साहन: इस योजना के तहत राजस्थान से थारपारकर, गुजरात से गिर, पंजाब से साहिवाल और हरियाणा से अन्य स्वदेशी नस्ल की गायों को खरीदने पर सब्सिडी प्रदान की जाती है।
- आर्थिक लाभ: प्रति गाय 40,000 रुपये तक की सब्सिडी के साथ-साथ दूध उत्पादन के आधार पर अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि दी जाती है।
- पशुपालकों का सशक्तिकरण: Mukhyamantri Pragatishil Pashupalak Protsahan Yojana योजना से राज्य के किसानों की आय में वृद्धि होगी और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
- सीधा बैंक ट्रांसफर: योजना के तहत सभी वित्तीय सहायता राशि लाभार्थी के बैंक खाते में सीधे ट्रांसफर की जाएगी, जिससे पारदर्शिता सुनिश्चित हो सके।
- दुग्ध उत्पादन में वृद्धि: योजना के माध्यम से राज्य में दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा, जिससे स्थानीय डेयरी उद्योग को भी लाभ होगा।
पात्रता Mukhyamantri Pragatishil Pashupalak Protsahan Yojana
- योजना का लाभ केवल उत्तर प्रदेश के मूल निवासियों को मिलेगा।
- योजना का लाभ उठाने के लिए पशुपालकों को स्वदेशी नस्ल की गायें खरीदनी होंगी।
- पशुपालक का बैंक खाता आधार से लिंक होना आवश्यक है।
- आवेदनकर्ता को गाय की खरीद और दूध उत्पादन का प्रमाण प्रस्तुत करना होगा।
आवेदन प्रक्रिया Mukhyamantri Pragatishil Pashupalak Protsahan Yojana
मुख्यमंत्री प्रगतिशील पशुपालक प्रोत्साहन योजना में आवेदन ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से किया जा सकता है।
- ऑनलाइन आवेदन: जल्द ही इसके लिए एक आधिकारिक वेबसाइट लॉन्च की जाएगी, जहां से किसान योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन कर सकेंगे।
- ऑफलाइन आवेदन: आवेदन पत्र को भरकर अपने जिले के ब्लॉक या संबंधित विभाग में जमा करना होगा।
प्रोत्साहन राशि और गायों की नस्ल
Mukhyamantri Pragatishil Pashupalak Protsahan Yojana के तहत प्रोत्साहन राशि गायों की नस्ल और दूध उत्पादन क्षमता पर निर्भर करती है। उदाहरण के लिए:
- साहिवाल और गिर नस्ल की गायों के लिए 8-12 लीटर दूध उत्पादन पर 10,000 रुपये और 12 लीटर से अधिक पर 15,000 रुपये प्रोत्साहन दिया जाएगा।
- हरियाणा और गंगातिरी नस्ल की गायों के लिए 6-10 लीटर दूध उत्पादन पर 10,000 रुपये और 8-10 लीटर से अधिक उत्पादन पर 15,000 रुपये दिए जाएंगे।
योजना का प्रभाव
मुख्यमंत्री प्रगतिशील पशुपालक प्रोत्साहन योजना राज्य के ग्रामीण और शहरी किसानों के लिए आर्थिक विकास का एक महत्वपूर्ण साधन बन रही है। इसके द्वारा न केवल दूध उत्पादन बढ़ेगा बल्कि राज्य में डेयरी उद्योग को भी मजबूती मिलेगी। यह योजना आत्मनिर्भर भारत की ओर एक बड़ा कदम है, जिससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहन मिलेगा।
यह योजना विशेष रूप से उन किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है, जो स्वदेशी नस्ल की गायों के संरक्षण और उनके पालन में रुचि रखते हैं। भविष्य में, इस योजना के प्रभाव से उत्तर प्रदेश देश के अग्रणी दुग्ध उत्पादक राज्यों में शामिल हो सकता है।
Mukhyamantri Pragatishil Pashupalak Protsahan Yojana अधिक जानकारी और आवेदन प्रक्रिया के लिए राज्य सरकार द्वारा जल्द ही एक आधिकारिक पोर्टल लॉन्च किया जाएगा।